Monday, 11 April 2016

Happy Navratri : Jai Mata Di







दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है। 
बुलवा आया है_अब तो जाना होगा _अपनी भक्ति से तुम्हे  मनाना होगा। 

हाँ दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है। 

सिंहवाहिनी माता मेरी_जगदम्बे जय माता। 
तेरे रूप के तेज से माता _तीनो लोक जग मग -जग मग हो जाता। 

दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है। 

भूल हुयी जो मुझसे माता_माफ़ तुम उनको करना,अपनी ममता  की छाँव में_हर पल मुझको रखना। 
उम्मीदों के जलते दिये में_सदा ही ज्योति रखना,हर इंसान के मन में तू _सदा ही भक्ति रखना। 

दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है। 

बिन मांगे ही माता तूने_भर दी है झोली ,तेरे दर से कोई सवाली_जाता कभी ना खाली।
नैनो की ज्योति से माँ_हम आरती तेरी करते,शीश झुका के माता हम सब भक्ति तेरी करते। 

दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है। 


जय माता दी 




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