दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है।
बुलवा आया है_अब तो जाना होगा _अपनी भक्ति से तुम्हे मनाना होगा।
हाँ दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है।
सिंहवाहिनी माता मेरी_जगदम्बे जय माता।
तेरे रूप के तेज से माता _तीनो लोक जग मग -जग मग हो जाता।
दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है।
भूल हुयी जो मुझसे माता_माफ़ तुम उनको करना,अपनी ममता की छाँव में_हर पल मुझको रखना।
उम्मीदों के जलते दिये में_सदा ही ज्योति रखना,हर इंसान के मन में तू _सदा ही भक्ति रखना।
दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है।
बिन मांगे ही माता तूने_भर दी है झोली ,तेरे दर से कोई सवाली_जाता कभी ना खाली।
नैनो की ज्योति से माँ_हम आरती तेरी करते,शीश झुका के माता हम सब भक्ति तेरी करते।
दिल में_ माता तेरा नाम_हर बार आया है,माता ने अपने भक्तो को दर पे बुलाया है।
जय माता दी
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