डम-डम-डम-डम डमरू की धुन पे_छन-छन-छनछन पायल छनके।
धुन में है- नमः शिवाय _नमः शिवाय _हर-हर बोलो नमः शिवाय।
इस सुर में है इतनी शक्ति_सिखाये ये सबको आत्म भक्ति।
जो कोई भी इस धुन में डूबे_बिन माँगे ही सब कुछ पा ले।
दुःख कभी ना उसको छू पाये_हर मुश्किल में भी वो सुढृढ़ खुद को पाये।
ॐ नमः शिवाय _ॐ नमः शिवाय _हर हर बोलो नमः शिवाय।
आज का दिन है बहुत ही पावन_शिव शक्ति का रूप है मनभावन।
उनके शुभ विवाह की तिथि का वर्णन करते है हम सब भक्त जन।
है माँ शक्ति और शिव जी का साथ अनोखा-
प्रेम में ही है जीवन का हर रंग बसता।
बसंत के इस सुहाने मौसम में आओ मिल के गाये सब
ॐ नमः शिवाय _ॐ नमः शिवाय _हर-हर बोलो नमः शिवाय।
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