Tuesday, 12 July 2016

Pal do Pal ki Zindagi



इस पल की जिंदगी दे दो मुझे मेरे रब्बा _बस इस पल की खुशी दे दो मुझे मेरे रब्बा ।
आज मै जिंदा हूँ इस पल मे_कल शायद नहीं रहूँगी।
धड़कन आज साथ है मेरे _कल शायद नहीं रहेगी।
इसलिए तू इतनी सी इनायत कर मुझपे_बस इस पल की जिंदगी अदा कर मुझे।

बस इस पल मे देखना है मुझे अपना घर आंगन  फिर से।
बस इस पल मे याद करना है अपना बचपन फिर से।
बस इस पल मे देना है हौसला अपनो को जिंदगी से लड़ने का।

इस पल की जिंदगी दे दो मुझे मेरे रब्बा _बस इस पल की
खुशी दे दो मुझे मेरे रब्बा ।


जिंदगी की लहरो मे जाने मै कब इतनी डूब गयी।
भागते-भागते दौड़ मे जाने कब अपनो को पीछे छोड़ गयी।

एहसास ही नहीं हुआ कि जाने कब इतनी आगे निकल गयी।

अब आँखे खुली तो सामने सच्चाई है_बस इस पल के लिए थमी सी मेरी जिंदगानी है।

इस पल मे दुआ करना है मुझे आपसे अपने अपनो की खुशहाली का _कि जाना है अब दूर मुझे सबसे _आया वक़्त विदाई का।

इस पल की जिंदगी दे दो मुझे मेरे रब्बा _बस इस पल की खुशी दे दो मुझे मेरे रब्बा ।
















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