जय श्री राधे ,जय श्री कृष्णा।
राधे-कृष्णा।
दो सुर -एक ताल ,दो दिल -एक जान।
जिनके प्यार को नही मिल पायी एक मुकमल पहचान ,
फिर भी आज दुनिया देती है हर वक़्त इनके सच्चे प्यार की मिशाल।
जय श्री राधे ,जय श्री कृष्णा।
ये मिले थे शायद बिछड़ने के लिए ,
और फिर बिछड़े ऐसे की दे दी,इन्होंने सच्चे प्यार को एक पहचान।
जय श्री राधे ,जय श्री कृष्णा।
जो नहीं बन पाये कभी हम-राही,सिखाया उन्होंने जहां को की ,
मिलन जुदाई नहीं है कसौटी सच्चे प्यार की।
जय श्री राधे ,जय श्री कृष्णा।
नही रोक पायी जिनके सच्चे प्यार को ,दुनिया की रस्में -और ये कस्मे।
नमन करती हूँ मै उस सच्चे प्यार का,
जो अमर है पूरे संसार में।
जय श्री राधे ,जय श्री कृष्णा।
Happy Krishna Janmashtami
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