घनघन घनघन घोर घनन घन।
हवा चली है सनन सनन सन।
रिमझिम रिमझिम बारिश आये ,
सावन का शंदेशा लाये।
झनझन झनझन,झनन-झनन झन ।
छन छन छन छन पायल छनके,
चारो ऒर हरियाली बरसे।
हर ओर आया है प्यार का मौसम ,
लाया है ये त्यौहार का मौसम।
खनखन खनखन, खनन-खनन खन।
झूम उठे है खेत में सरसो,
गाने लगी है नदियाँ अब तो।
पङ गए है अब पेड़ो पे झूले,
और अब सब बोल रहे है
बम बम भोले ,बम बम भोले ,
बबम बबम बम,बम बम भोले।
ॐ नमः शिवाय।
Good one dearrr .. :)
ReplyDeleteThanks :-)
DeleteNice :)
ReplyDeleteThanku
DeleteNice :)
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