तेरे वादे पे ऐतबार केर लिया,जाने क्या सोच के प्यार कर लिया।
बोला था ज़िन्दगी भर रोने न दूंगा ,फिर क्यो आँखों में ये सौगात भर दिया।
हम खुश है फिर भी तुम्हारी हर खुशी देखकर,आँखों में तुम्हारी हसी देखकर।
कि तुम रौशन करो अपनी ज़िन्दगी नए सपने के साथ।
और हमने भी ज़िन्दगी की नयी रहो में अपने सपनो को देख लिया।
जाने क्यों होता है ये प्यार ,जाने क्यों होता है दिल किसी के लिए बेकरार।
प्यार तो है सारी दुनिया में ,
फिर क्यों न बना लो अपने अपनों की ख़ुशी को अपने जीने का अंदाज़।
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