चंचल भी मै,नटखट भी मै।
मुस्कान भी मै ,हर साज भी मै।
घर में मेरा सम्मान भी है,
ऑफिस में मेरा मान भी है।
समंदर की गहराई भी हूँ ,
आसमान की ऊचाई भी मै।
मै शक्ति भी हूँ ,भक्ति भी मै।
अरमान भी हूँ,अभिमान भी मै।
सबसे अच्छी दोस्त भी हूँ और,
जो तबाह कर दे,वो प्रतिशोध भी मैँ।
है शीतलता मुझमे चन्द्रमा जैसी,
सूरज की तपती आग भी मै।
है मुझसे ही जीवन सारा ,
आगाज भी मै ,अंजाम भी मै।
मै हूँ आज की नारी।
Very nice...
ReplyDeleteThanks :)
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